सीएमओ ने क्षय रोग दिवस पर लोगो को जागरुक किया
भदोही । मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में बुधवार को विश्व क्षय रोग दिवस मुख्य चिकित्साधिकारी की अध्यक्षता में कार्यालय के सभागार में मनाया गया। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. लक्ष्मी ने बताया टीवी की बीमारी माइकोबैक्टेरियम ट्यूबरक्लोसिस जीवाणु की वजह से होती है। जिसे क्षय रोग भी कहा जाता है। टीवी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर वर्ष 24 मार्च को विश्व क्षय रोग दिवस मनाया जाता है। जिसे विश्व तपेदिक दिवस भी कहा जाता है।
बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार में सीएमओ डॉक्टर लक्ष्मी सिंह ने कहा कि हर टीवी संक्रामक नहीं होती है। दरअसल टीवी दो प्रकार की होती है। पल्मोनरी टीवी और एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीवी पल्मोनरी टीबी फेफड़ों को प्रभावित करती है, जबकि एक्स्ट्रा टीवी शरीर के दूसरे अंगों में होती है। उपचार के संबंध में उन्होंने हिदायत दी कि दो सप्ताह या उससे अधिक खांसी होने पर व्यक्ति को अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर बलगम की जांच कराना चाहिए। बलगम की जांच में टीबी पाए जाने पर मरीजों को छह से आठ माह की अवधि का उपचार दिया जाता है। इलाज के दौरान मरीज की कम से कम दो बार जांच कराई जाती हैं। टीबी लाइलाज बीमारी नहीं हैं। इसका डॉट्स पद्धति के द्वारा पूर्णतया इलाज संभव हैं।
उन्होंने कहा कि टीबी मरीजों को खांसते छींकते समय मुंह पर कपड़ा अनिवार्य रूप से लगाना चाहिए। टीबी दो प्रकार की होती हैं। एक तो मनुष्य के शरीर पर एक मनुष्य के फेफड़ों में टीबी होती हैं।उन्होंने बताया कि डॉट्स की दवा को लगातार नहीं लेने से ऐसे मरीजों को एमडीआर टीबी एक्सडीआर टीबी होने की संभावना होती हैं। जिसके तहत रोगी को दो-तीन साल तक इलाज लेना होता हैं। टीबी का संपूर्ण इलाज सरकार के द्वारा निशुल्क कराया जाता हैं।