गजब है अधिकारी गजब की है व्यवस्था, दवा के लिए करते रहे इंतजार, नहीं मिली सीएमओ भाजपा विधायक ने लगाया आरोप
भदोही । जिले
में उस वक्त खलबली मच गया जब भाजपा विधायक दीनानाथ भाष्कर ने मुख्यमंत्री, लोकसभा
उपाध्यक्ष एम.वेंकैया नायडू, केंद्रीय मंत्री स्वास्थ्य भारत सरकार, नेशनल हेल्थ
मिशन उत्तर प्रदेश और स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह को ट्वीट कर स्वास्थ्य और
जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया| उन्होंने आरोप लगाया है कि वह शाम छह बजे से
मुख्य चिकित्सा अधिकारी से संपर्क करने के लिए कोशिश करते रहे। आखिरकार पौने दो
घंटे बाद 7.45 बजे उनसे मुलाकात हुई। इसके बाद भी रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध नहीं कराया
गया। इतना ही नहीं उन्होंने चेताया कि यदि मरीज को कुछ हुआ तो इसकी पूरी
जिम्मेदारी स्वास्थ्य और जिला प्रशासन की होगी।
भाजपा विधायक
ने अपने ट्वीटर पर लिखा है कि चकबीरा शुकूलपुर निवासी सुरेश चंद्र शुक्ला जीवन दीप
अस्पताल में भर्ती है। उनके लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन की आवश्यकता है। इसके लिए वह
शाम छह बजे सीएमओ से मिलने पहुंच गए थे। काफी जद्दोजहद के बाद 7.45 बजे संपर्क हो
पाया। इसके बाद भी इंजेक्शन उपलब्ध नहीं कराया जा सका है। उन्होंने अपने ट्वीटर पर
जीवनदीप की पर्ची भी टैग किया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी आर्यका
अखौरी खुद रेमडेसिविर इंजेक्शन की मानीटरिग करने लगीं हैं। बगैर उनकी संस्तुति
इंजेक्शन का उपयोग नहीं किया जा रहा है।
वहीं, इस मामले में
सीएमओ डा. लक्ष्मी सिंह ने बताया कि विधायक कोविड-19 को लेकर डीएम के साथ मीटिग आये, बीच मीटिग में
ही उनसे बात हो गई थी। फार्मासिस्ट को बुलाकर रात 11 बजे रेमडेसिविर इंजेक्शन दिलाया गया। शासन से
मिले इंजेक्शन का उपयोग सरकारी कोविड अस्पतालों में भर्ती मरीजों के लिए किया जाता
है।
इस मामले में
विधायक ने हस्तक्षेप किया तो जल्दी किया गया अगर बात एक आम नागरिक की होती तो क्या
होता अब जिले की हालात को समझ सकते है ।
यहाँ के
अधिकारियों की बात अजीबो गरीब है ।