कालीन नगरी भदोही मे वन विभाग के नाम से आरक्षित जमीन शुन्य
भदोही : कालिन नगरी को हरा भरा रखने के लिए जिले मे मानसून सत्र मे बडे पैमाने पर पौधारोपण होता है इसके लिए वन विभाग सहित 27 और विभागो ने पौधारोपण किया जिले मे पौधारोपण करान बडी जिम्मेदारी होती है लेकिन भदोही जिले के ज्ञानपुर वन विभाग के रेंजर विजेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बाताया कि ज्ञानपुर समेत जिले में वन विभाग की कोई भूमि नही है इस लिए विभाग द्वारा जो पौधारोपण किया गया है उसे ग्राम समाज की भूमि पर प्रस्ताव पास कर पेड़ लगाए गए हैं। रेंजर श्रीवास्तव ने बताया की इस रेंज में एक लाख अड़तालिस हजार पौधरोपण का लक्ष्य निर्धारित है जिसमे से अधिकतर पेड़ लगाए जा चुके हैं जबकि बाकी के बाइस हजार पेड़ आजादी की 75 वीं वर्षगांठ पर पंद्रह अगस्त के दिन लगाए जाएंगे ।उन्होंने कहा की जिले में वन क्षेत्र शून्य है ।
हालांकि भदोही से ज्ञानपुर रोड के बीच सुंदर वन कभी जंगल हुआ करता था लेकिन अब वह भी वन विभाग के क्षेत्र में नही आता | भदोही जिले मे बीते दो वर्षो मे वनावरण क्षेत्र का सर्वे नही हो सका है 2021 मे हुए सर्वे के अनुसार जिले मे वनावरण परिक्षेत्र 0.50 स्कावर किमी से बढकर वनावरण परिक्षेत्र 3.71 स्कावर किमी तक पहुचा है | हर दो वर्षो मे फारेंसिक सर्वे टीम की ओर से किए गये सर्वे के आधार पर जिले के वनावरण क्षेत्र का पता चलता है जिले मे वन विभाग के नाम पर आरक्षित जमीन शुन्य है | जिले मे सडक के किनारे लगे पौधे , बगीचा सहित अन्य इलाके वनावरण का अंतर्गत आते है | जिले मे सबसे अधिक वनावरण क्षेत्र डीघ और औराई ब्लाक मे है | इसके आलावा अन्य ब्लाको मे भी छिटपुट अंश मे वनावरण क्षेत्र है जिले मे कही भी घने जंगल न होने के कारण वन विभाग के नाम जमीन आरक्षित नही है |