स्कूल की एम डी श्वेता अरुन जायसवाल (मैम) ने बताया कि इस विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन सीबीएसई की बच्चों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिए ‘करके सीखो’ नीति पर किया गया। बच्चों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने और उनका विज्ञान के प्रति आकर्षण बढ़ाने के लिए यह जरूरी है कि उनको वैज्ञानिक गतिविधियों में प्रतिभाग कराया जाये। उन्होंने बताया कि इस प्रदर्शनी में कक्षा छः से नौ तक के छात्र-छात्राओं ने वर्तमान, अतीत, भविष्य, सौर मंडल, ग्लोबल वार्मिंग, सूर्य और चंद्र ग्रहण, आदित्य 11, चंद्रयान 3, ड्रिप सिंचाई प्रणाली, हाइड्रोलिक पुल, गृह सुरक्षा प्रणाली, कृषि और खेती, ज्वालामुखी, वायरलेस तकनीक, डिजिटल भारत, विभिन्न प्रकार के चर्तुभुज मॉडल आदि प्रदर्शित किए और उनके बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। स्कूल के इन बाल वैज्ञानिकों ने अपने मॉडलों से यह दिखाने का प्रयास किया कि आने वाला कल उनका है और वे अपनी नई वैज्ञानिक सोच के साथ आगे बढ़कर देश को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।
विज्ञान प्रदर्शनी में कक्षा नौ से प्रथम व द्वितीय श्रेणी में अंशिका गुप्ता, जिया बरकत, दिव्यांश यादव एवं कक्षा सात से तृतीय श्रेणी में प्रियांशु गुप्ता, अल्फैज अंसारी आदि छात्र छात्राओं ने अपने स्थैतिक एवं सजीव गतिक मॉडल प्रदर्शित कर सभी को प्रभावित किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में स्कूल शिक्षक (विज्ञान शिक्षक - शिव कुमार यादव और श्रृष्टि सिंह) एवं शिक्षिकाओं का योगदान रहा।